Shaktipeeth Mahamarg के बाधित किसानों को मिलेगी जमीन कि तिगुनी कीमत, नागपूर से गोवा सिर्फ १० घंटे मे

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Shaktipeeth Mahamarg

Shaktipeeth Mahamarg: अरे दोस्तों, आज मैं आपको एक ऐसी खबर बताने जा रहा हूँ जिसे सुनकर आपका दिल खुश हो जाएगा! आप में से बहुत लोग तीर्थ यात्रा पर जाते होंगे, कभी कोल्हापुर की अंबाबाई के दर्शन करने, तो कभी तुळजापूर की भवानी के। लेकिन रास्ते की दिक्कतें, घंटों का सफर… उफ़! अब भूल जाओ ये सब। अपनी महाराष्ट्र सरकार एक ऐसा ज़बरदस्त हाईवे बना रही है, जो सिर्फ़ मंदिरों को नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र को बदल देगा! इसे नाम दिया है ‘Shaktipeeth Mahamarg’ (नागपुर-गोवा एक्सप्रेसवे)। नाम से ही लग रहा है ना, शक्ति वाला रास्ता!

फडणवीस जी का शानदार सपना: धर्म भी, विकास भी!

Shaktipeeth Mahamarg ये कमाल का आइडिया आया है अपने ‘इन्फ्रा मैन’ देवेंद्र फडणवीस जी के दिमाग में। उन्होंने सोचा, क्यों न धर्म और विकास को एक साथ जोड़ दिया जाए? धार्मिक जगहों पर लोग इतनी श्रद्धा से जाते हैं, तो क्यों न इसी बहाने उन इलाकों में भी तरक्की लाई जाए, रोजगार बढ़ाया जाए और लोगों की ज़िंदगी आसान की जाए? बस, इसी सोच के साथ उन्होंने 16 सितंबर 2022 को Shaktipeeth Mahamarg की रिपोर्ट बनवाने का आदेश दे दिया। और लोक निर्माण विभाग ने भी फरवरी 2024 तक इसकी पूरी रूपरेखा तैयार कर ली है। Shaktipeeth Mahamarg अपने ‘समृद्धि महामार्ग’ की तरह ही महाराष्ट्र को आगे बढ़ाएगा।

कहाँ से कहाँ तक चलेगा ये Shaktipeeth Mahamarg?

ये ‘Shaktipeeth Mahamarg’ नागपुर के पास पवनार (वर्धा जिला) से शुरू होगा और सीधे गोवा के पत्रादेवी (सिंधुदुर्ग जिला, गोवा बॉर्डर के पास) तक जाएगा। ये कोई छोटी-मोटी सड़क नहीं, पूरे 6 लेन का शानदार एक्सप्रेस-वे होगा! सोचो, कितनी आसानी से आप विदर्भ, मराठवाड़ा और कोंकण होते हुए गोवा तक पहुंच जाएंगे।

और हाँ, Shaktipeeth Mahamarg महाराष्ट्र के कुल 12 जिलों से होकर गुजरेगा। देखो कौन-कौन से हैं ये जिले:

क्षेत्रजिले
विदर्भवर्धा, यवतमाल
मराठवाड़ाहिंगोली, नांदेड, परभणी, बीड, लातूर, धाराशिव
पश्चिम महाराष्ट्रसोलापुर, सांगली, कोल्हापुर
कोंकणसिंधुदुर्ग

बाद में, इसे महाराष्ट्र-गोवा सीमा पर बनने वाले कोंकण एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। मतलब कनेक्टिविटी का पूरा जाल बिछेगा!

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कौन-कौन से तीर्थ जुड़ेंगे इस हाइवे से?

जैसा कि नाम से ही ज़ाहिर है, Shaktipeeth Mahamarg ये महाराष्ट्र के कई प्रमुख तीर्थस्थलों और शक्तिपीठों को जोड़ेगा। अब भक्तों को सीधे-सीधे दर्शन करने में आसानी होगी। ज़रा देखिए, कौन-कौन से पवित्र धाम इस रास्ते से जुड़ रहे हैं:

  • माहूर की सप्तशृंगी देवी (रेणुका देवी)
  • तुळजापूर की तुळजाभवानी
  • कोल्हापुर की अंबाबाई (महालक्ष्मी)
  • दख्खन के राजा जोतीबा
  • अंबाजोगाई
  • औंढा नागनाथ
  • परळी वैजनाथ
  • पंढरपुर के विठ्ठल-रुक्माई
  • अक्कलकोट
  • गंगापुर
  • नृसिंहवाडी (नरसोबाची वाडी)
  • औदुम्बर

इस हाईवे से इन सभी धार्मिक स्थलों का कायापलट हो जाएगा और राज्य में पर्यटन को भी खूब बढ़ावा मिलेगा।

रास्ते में थोड़ी रुकावटें भी आईं, पर हल निकल गया!

देखो, कोई भी बड़ा काम होता है तो थोड़ी-बहुत मुश्किलें तो आती ही हैं। इस प्रोजेक्ट के लिए पर्यावरण विभाग की मंजूरी बहुत जरूरी थी, सो प्रस्ताव केंद्र और राज्य के पर्यावरण मंत्रालयों को भेजा गया। शुरुआत में कोल्हापुर और सांगली में कुछ लोगों ने इसका विरोध भी किया था। सांगली में तो अब विरोध शांत हो गया है, लेकिन कोल्हापुर में अभी भी थोड़ा-बहुत चल रहा है।

सरकार ने लोगों से बात करने की पूरी कोशिश की है। और कोल्हापुर के विरोध को देखते हुए, सरकार ने अपनी योजना में कुछ बदलाव भी किए हैं। अब Shaktipeeth Mahamarg का नया रूट कोल्हापुर जिले को बाईपास करते हुए निकलेगा। मतलब, किसी की ज़मीन जाएगी भी नहीं और हाईवे भी बनेगा। ज़मीन अधिग्रहण की अधिसूचना भी एक बार वापस ले ली गई थी, लेकिन अब जब बीजेपी के बड़े गठबंधन को फिर से जनता का साथ मिला है, तो मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जी ने कसम खाई है कि सारे मसले सुलझाकर इस प्रोजेक्ट को पूरा करके ही दम लेंगे!

सिर्फ़ सड़क नहीं, पूरा नया ज़माना!

ये हाईवे सिर्फ़ एक सड़क नहीं है, ये तो पूरे महाराष्ट्र के लिए एक गेम चेंजर साबित होगा। आइए, जानते हैं इसकी खास बातें:

सफ़र होगा सुपरफास्ट!

  • ये कुल 805 किलोमीटर लंबा हाईवे होगा, जो नागपुर से गोवा तक जाएगा।
  • अनुमानित लागत 85 हज़ार करोड़ रुपये है, जो कि बहुत बड़ी रकम है!
  • अभी नागपुर से गोवा जाने में 20 से 22 घंटे लगते हैं, लेकिन इस हाईवे के बनने के बाद आप सिर्फ़ 10 घंटे में पहुंच जाएंगे! आधा समय बचेगा!
  • ये महाराष्ट्र का सबसे लंबा हाईवे बन जाएगा, अपने समृद्धि महामार्ग को भी पीछे छोड़ देगा।

आर्थिक क्रांति का हाईवे!

  • ये 6 लेन का एक्सप्रेसवे होगा जिसमें सुरंगें, फ्लाईओवर, अंडरपास, पुल, और हाँ, पूरी सुरक्षा के लिए CCTV कैमरे भी लगेंगे!
  • इसके किनारे पर नए-नए उद्योग लगेंगे, कृषि और मछली पालन को बढ़ावा मिलेगा।
  • इससे लाखों नौकरियां पैदा होंगी! सोचो, कितने लोगों को काम मिलेगा!
  • शहरों की तरफ पलायन भी कम होगा, क्योंकि लोगों को अपने गांव के पास ही रोज़गार मिलेगा।

ज़मीन वालों की बल्ले-बल्ले!

  • इस एक्सप्रेसवे के लिए 12 जिलों में 8 हज़ार हेक्टेयर ज़मीन ली जाएगी।
  • सरकार ने वादा किया है कि ज़मीन मालिकों को बाज़ार कीमत से दोगुनी से तिगुनी कीमत दी जाएगी। मतलब किसानों को अच्छा मुआवज़ा मिलेगा।
  • ये हाईवे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे होगा, मतलब विकास के साथ पर्यावरण का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा।
  • पुणे और मुंबई जैसे भीड़भाड़ वाले शहरों में घुसने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी, जिससे ट्रैफिक भी कम होगा।

इस साल इस हाईवे का भूमिपूजन होने की उम्मीद है, और सरकार की योजना है कि इसे 2032 तक लोगों के लिए खोल दिया जाए।

Shaktipeeth Mahamarg सिर्फ़ दूरी नहीं, ज़िंदगी भी बदलेगा!

Shaktipeeth Mahamarg से सिर्फ़ आने-जाने में आसानी नहीं होगी, बल्कि इसके बहुत दूरगामी फायदे होंगे:

  • आंतरिक विकास: इस हाईवे से कई छोटी सड़कें निकलेंगी जो राज्य के अंदरूनी इलाकों तक पहुंचेंगी। इससे उन इलाकों में शिक्षा, स्वास्थ्य और बाकी ज़रूरी सुविधाओं तक लोगों की पहुंच बेहतर होगी।
  • रोज़गार की भरमार: हाईवे के किनारे बड़े और छोटे उद्योगों के साथ-साथ होटल, रेस्टोरेंट, पेट्रोल पंप वगैरह भी बनेंगे, जिससे बड़े पैमाने पर रोज़गार के नए मौके पैदा होंगे।
  • सामाजिक-सांस्कृतिक बदलाव: ये हाईवे सिर्फ़ आर्थिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी इन जिलों के लोगों की सोच और जीवनशैली को व्यापक बनाएगा।
  • अंतर-राज्यीय पर्यटन: इससे महाराष्ट्र के अंदरूनी इलाकों का पर्यटन तो बढ़ेगा ही, साथ ही दूसरे राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए भी महाराष्ट्र एक नया और आकर्षक डेस्टिनेशन बनेगा।

तो बस इंतज़ार करो, महाराष्ट्र बदलने वाला है!

कुल मिलाकर, ये Shaktipeeth Mahamarg सिर्फ़ एक सड़क परियोजना नहीं है, ये तो महाराष्ट्र के भविष्य की नींव है। जिस तरह से समृद्धि महामार्ग ने जुड़े हुए इलाकों की किस्मत बदली है, उसी तरह फडणवीस जी चाहते हैं कि शक्तिपीठ महामार्ग पूरे मराठवाड़ा और बाकी जुड़े हुए इलाकों में भी ऐसी ही आर्थिक क्रांति लाए। पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट को तो उन्होंने साफ-साफ निर्देश दे दिए हैं कि इस हाईवे का काम एकदम सही योजना के साथ तेजी से पूरा किया जाए।

तो दोस्तों, तैयार हो जाइए महाराष्ट्र के इस नए अध्याय के लिए! आपकी धार्मिक यात्राएं अब और भी आनंददायक और आसान होने वाली हैं।


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