Contents
Sanchar Saathi Portal: आज के डिजिटल दौर में हमारा स्मार्टफोन सिर्फ बात करने का जरिया नहीं, बल्कि हमारी ‘चलती-फिरती तिजोरी’ बन गया है। बैंक अकाउंट से लेकर निजी तस्वीरों तक, सब कुछ इसी में कैद है। लेकिन क्या हो अगर आपका यह फोन चोरी हो जाए? या फिर कोई आपके आधार कार्ड पर चुपके से फर्जी सिम चला रहा हो?
घबराइए मत! भारत सरकार ने इन सभी समस्याओं का एक ‘रामबाण इलाज’ ढूंढ लिया है, जिसका नाम है—‘संचार साथी’ (Sanchar Saathi)। सरकार चाहती है कि देश का हर नागरिक इस पोर्टल के बारे में जाने और इसका इस्तेमाल करे। आइए जानते हैं आखिर ऐसा क्या खास है इस पोर्टल में।
क्या है ‘संचार साथी’ पोर्टल? (What is Sanchar Saathi?)
सरल भाषा में कहें तो ‘Sanchar Saathi‘ दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा बनाया गया एक ऐसा सुपर पोर्टल है, जो मोबाइल यूजर्स की सुरक्षा के लिए है। इसे इसलिए बनाया गया है ताकि आप घर बैठे अपने खोए हुए फोन को ब्लॉक कर सकें, उसे ट्रैक कर सकें और यह पता लगा सकें कि आपके नाम पर कितने सिम कार्ड चल रहे हैं।
यह पोर्टल आपको साइबर फ्रॉड और मोबाइल चोरी की घटनाओं से बचाने के लिए एक ‘ढाल’ की तरह काम करता है।
इसके 2 सबसे बड़े जादुई फीचर्स (Top Features)
इस पोर्टल पर वैसे तो कई सुविधाएं हैं, लेकिन दो फीचर्स ऐसे हैं जो हर आम आदमी के लिए ‘वरदान’ हैं:
1. चोरी हुआ फोन बन जाएगा ‘डिब्बा’ (CEIR Feature)
अक्सर फोन चोरी होने पर हम पुलिस स्टेशन के चक्कर काटते रह जाते हैं। लेकिन संचार साथी के CEIR (Central Equipment Identity Register) मॉड्यूल के जरिए आप खुद पुलिस का काम आसान कर सकते हैं।
- अगर आपका फोन चोरी हो जाए, तो आप Sanchar Saathi इस पोर्टल पर जाकर अपने फोन का IMEI नंबर ब्लॉक कर सकते हैं।
- ब्लॉक होने के बाद, चोर उस फोन में कोई भी नई सिम डालेगा, फोन चलेगा ही नहीं। वह सिर्फ एक खिलौना बनकर रह जाएगा।
- जैसे ही चोर उस फोन को ऑन करने की कोशिश करेगा, उसकी लोकेशन पुलिस को मिल जाएगी।
2. आपके नाम पर कितने फर्जी सिम? (TAFCOP Feature)
क्या आपको पक्का पता है कि आपके आधार कार्ड पर सिर्फ वही सिम चल रहा है जो आप इस्तेमाल कर रहे हैं? कई बार फ्रॉड करने वाले आपके दस्तावेजों का इस्तेमाल कर फर्जी सिम निकाल लेते हैं।
- Sanchar Saathi के TAFCOP फीचर में जाकर आप अपना मोबाइल नंबर डालें।
- Sanchar Saathi यह पोर्टल आपको तुरंत लिस्ट दिखा देगा कि आपके आधार पर कुल कितने नंबर एक्टिव हैं।
- अगर आपको कोई ऐसा नंबर दिखता है जो आपका नहीं है, तो आप “Not My Number” पर क्लिक करके तुरंत उसकी रिपोर्ट कर सकते हैं। सरकार उस नंबर को बंद कर देगी।
सरकार इसे हर फोन में क्यों लाना चाहती है?
आजकल ‘डिजिटल अरेस्ट’ (Digital Arrest) और ‘फर्जी कॉल स्कैम’ (Fake Call Scam) बहुत बढ़ गए हैं। ये सारे अपराध अक्सर फर्जी सिम कार्ड्स के जरिए होते हैं। सरकार का मकसद साफ है—अपराधियों की कमर तोड़ना।
जब हर नागरिक ‘Sanchar Saathi‘ का इस्तेमाल करेगा और अपने नाम पर चल रहे फर्जी सिम्स को बंद करवाएगा, तो साइबर अपराधियों के लिए अपराध करना मुश्किल हो जाएगा। इसीलिए सरकार जागरूकता अभियान चलाकर हर किसी को इस पोर्टल से जोड़ना चाहती है।
कैसे करें इसका इस्तेमाल? (How to Use Sanchar Saathi)
इसका इस्तेमाल करना WhatsApp चलाने जितना ही आसान है। आपको किसी ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है:
- सबसे पहले अपने मोबाइल या लैपटॉप पर sancharsaathi.gov.in वेबसाइट खोलें।
- होमपेज पर नीचे स्क्रॉल करें।
- अगर फोन चोरी हुआ है तो “Block Your Lost/Stolen Mobile” पर क्लिक करें।
- अगर सिम चेक करना है तो “Know Your Mobile Connections” पर क्लिक करें।
- अपना मोबाइल नंबर और OTP डालें, और सारी जानकारी आपकी स्क्रीन पर होगी।
निष्कर्ष (Conclusion)
दोस्तों, जागरूकता ही बचाव है। ‘संचार साथी’ सिर्फ एक वेबसाइट नहीं, बल्कि आपकी डिजिटल सुरक्षा का बॉडीगार्ड है। अगर आपने अभी तक चेक नहीं किया है कि आपके नाम पर कितने सिम चल रहे हैं, तो आज ही चेक करें।
इस जानकारी को सिर्फ अपने तक न रखें, बल्कि अपने परिवार और दोस्तों के साथ भी शेयर करें। क्या पता आपकी एक शेयर से किसी का चोरी हुआ फोन मिल जाए या कोई बड़े फ्रॉड से बच जाए।
सुरक्षित रहें, सतर्क रहें!










