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भारत के बैंकिंग सेक्टर में आज से एक बड़ा बदलाव लागू हो गया है।
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने चेक बाउंस (Cheque Bounce) को लेकर नए नियम लागू किए हैं,
जो सीधे आम ग्राहकों, बिज़नेसमैन और बैंकों से जुड़े लोगों को प्रभावित करेंगे।
अब अगर किसी का चेक बाउंस होता है, तो इसके परिणाम पहले से कहीं ज्यादा सख्त होंगे।
Cheque Bounce नया नियम क्या कहता है?
RBI के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार:
- Cheque Bounce होते ही बैंक तुरंत जानकारी देगा — अब SMS और ईमेल दोनों से नोटिफिकेशन भेजा जाएगा।
- लगातार चेक बाउंस पर सख्त कार्रवाई होगी — अगर किसी खाते से बार-बार चेक बाउंस होता है,
तो बैंक उस खाते की चेकबुक सुविधा बंद कर सकता है। - CIBIL Score पर असर पड़ेगा — लगातार बाउंस से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री खराब हो सकती है,
जिससे लोन या क्रेडिट कार्ड लेना मुश्किल हो जाएगा। - ऑटो-डेबिट और ECS ट्रांजैक्शन भी कवर होंगे — अब ये नियम केवल चेक तक सीमित नहीं रहेगा,
बल्कि ऑटो-पेमेंट फेल होने पर भी असर दिखेगा।
पुराने नियमों से फर्क क्या है?
| बिंदु | पुराने नियम | नए नियम |
|---|---|---|
| नोटिफिकेशन | केवल बैंक शाखा से जानकारी | SMS + ईमेल से तुरंत अलर्ट |
| पेनल्टी | केवल बैंक चार्ज | क्रेडिट स्कोर पर भी असर |
| बार-बार बाउंस | चेतावनी तक सीमित | खाते की चेकबुक बंद |
| ऑटो डेबिट | नियम लागू नहीं | अब शामिल किया गया |
क्यों जरूरी था यह बदलाव?
RBI के अनुसार हर साल लाखों चेक तकनीकी कारणों या फंड की कमी के चलते Cheque Bounce होते हैं।
इससे बैंकिंग सिस्टम पर भार पड़ता है और लोगों के बीच भरोसा घटता है।
नए नियमों का उद्देश्य यह है कि:
- बैंकिंग व्यवहार में जिम्मेदारी बढ़े
- वित्तीय अनुशासन कायम हो
- धोखाधड़ी और जानबूझकर चेक बाउंस करने वालों पर नियंत्रण हो
क्या होगा अगर आपका Cheque Bounce हुआ?
- बैंक चार्ज लगेगा — 150 से 750 रुपये तक का पेनल्टी चार्ज लग सकता है।
- लीगल एक्शन हो सकता है — बार-बार चेक बाउंस पर NI Act की धारा 138 के तहत केस दर्ज हो सकता है।
- खाता निगरानी में जाएगा — RBI की मॉनिटरिंग लिस्ट में आने की संभावना बढ़ेगी।
ग्राहकों के लिए सुझाव
- हमेशा खाते में पर्याप्त बैलेंस रखें।
- अगर चेक क्लियर न हो सके, तो तुरंत बेनिफिशियरी को सूचित करें।
- डिजिटल पेमेंट विकल्पों जैसे UPI या NetBanking का इस्तेमाल करें।
- चेक जारी करने से पहले उसकी तारीख और राशि दोबारा जांचें।
विशेषज्ञों की राय
बैंकिंग विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम वित्तीय अनुशासन लाने में मदद करेगा।
इसके बाद लोग जानबूझकर Cheque Bounce करने से पहले कई बार सोचेंगे।
इससे बैंकिंग सिस्टम की विश्वसनीयता और पारदर्शिता दोनों बढ़ेगी।
निष्कर्ष
RBI का यह नया नियम Cheque Bounce मामलों में बड़ा बदलाव लाने वाला है।
अब ग्राहक और व्यापारी दोनों को अपने वित्तीय लेनदेन में और सावधानी बरतनी होगी।
अगर आपने अभी तक अपने बैंक डिटेल्स अपडेट नहीं किए हैं,
तो जल्द ही ऐसा करें ताकि किसी प्रकार की असुविधा से बचा जा सके।








