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अगर आप भी रोज़ाना Gmail पर “Storage almost full” या “Your Google Drive is running out of space” जैसे मैसेज देखकर परेशान हो चुके हैं, तो अब चिंता छोड़िए — क्योंकि भारत में ही इसका एक शानदार विकल्प मौजूद है: Zoho Mail और Zoho Workplace।
Google और Gmail की स्टोरेज लिमिट खत्म होते ही ईमेल भेजना या फाइल सेव करना रुक जाता है।
ऐसे में, भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी Zoho न सिर्फ Gmail का बेहतरीन विकल्प बनकर उभरी है,
बल्कि यह Google Workspace का सस्ता और सुरक्षित भारतीय संस्करण भी साबित हो रही है।
Google और Gmail Storage समस्या क्यों होती है?
Google हर यूज़र को 15GB Free Storage देता है, जिसमें Gmail, Google Drive और Google Photos — तीनों का डाटा शामिल होता है।
इसका मतलब अगर आप बहुत ईमेल, फोटो या डाक्यूमेंट्स सेव करते हैं, तो 15GB बहुत जल्दी भर जाता है।
Storage Full होने पर क्या होता है:
- नए ईमेल आना बंद हो जाते हैं
- फाइल अपलोड नहीं होती
- Google Drive में सेविंग एरर आता है
- Gmail सिंकिंग रुक जाती है
- Google Photos Backup बंद हो जाता है
Google अतिरिक्त स्टोरेज के लिए यूज़र से ₹130–₹650 प्रति माह तक चार्ज करता है।
लेकिन अगर आप एक सस्ता, भारतीय और एड-फ्री विकल्प चाहते हैं, तो Zoho आपके लिए परफेक्ट समाधान है।
🇮🇳 Zoho – भारत का स्वदेशी विकल्प
Zoho Corporation एक भारतीय टेक कंपनी है, जिसकी स्थापना 1996 में श्रीधर वेम्बू ने की थी।
यह कंपनी दुनिया भर में Business, Email और Cloud Tools के लिए जानी जाती है।
Zoho का सर्वर भारत सहित कई देशों में है, जिससे आपके डेटा की सुरक्षा और गोपनीयता बनी रहती है।
Zoho का ईमेल सर्विस प्लेटफॉर्म Zoho Mail और प्रोडक्टिविटी सूट Zoho Workplace आज Google Workspace का सबसे मजबूत भारतीय विकल्प बन चुका है।
Zoho Mail – Gmail का सबसे अच्छा विकल्प क्यों?
Zoho Mail में आपको Gmail जैसी सभी सुविधाएँ मिलती हैं,
लेकिन कोई Ads नहीं, बेहतर प्राइवेसी, और किफायती प्रीमियम स्टोरेज प्लान्स के साथ।
प्रमुख फीचर्स:
- Free Personal Email (5GB)
- बिना किसी Ads के साफ और पेशेवर इंटरफेस।
- Custom Domain Email
- अपने बिजनेस या वेबसाइट के नाम से ईमेल जैसे – info@mybusiness.com।
- End-to-End Encryption
- आपके ईमेल्स और फाइल्स पूरी तरह सुरक्षित रहते हैं।
- Multiple Storage Options
- 5GB से लेकर 1TB तक का स्टोरेज चुन सकते हैं।
- Zoho Mail App
- Android और iOS दोनों पर उपलब्ध, Gmail जैसी सिंकिंग स्पीड।
Zoho Workplace – Google Workspace का भारतीय विकल्प
अगर आप Google Docs, Sheets या Drive जैसी सेवाएँ इस्तेमाल करते हैं,
तो Zoho Workplace आपके लिए एक ऑल-इन-वन समाधान है।
इसमें आपको मिलता है:
फीचर | Zoho App नाम | Google का विकल्प |
---|---|---|
ईमेल | Zoho Mail | Gmail |
क्लाउड स्टोरेज | WorkDrive | Google Drive |
डॉक्यूमेंट | Writer | Google Docs |
स्प्रेडशीट | Sheet | Google Sheets |
प्रेजेंटेशन | Show | Google Slides |
मीटिंग | Zoho Meeting | Google Meet |
इन सभी ऐप्स को आप एक ही डैशबोर्ड से चला सकते हैं, जिससे आपका काम और आसान हो जाता है।
डेटा सुरक्षा और प्राइवेसी
Zoho की सबसे बड़ी खासियत है — Zero Ads और 100% डेटा गोपनीयता।
कंपनी आपके ईमेल या डॉक्यूमेंट्स से कोई डेटा ट्रैक नहीं करती।
Google जहां अपने यूज़र्स के डेटा का विश्लेषण विज्ञापन दिखाने के लिए करता है, वहीं Zoho पूरी तरह से प्राइवेसी-केंद्रित प्लेटफॉर्म है।
Zoho के सर्वर भारत और यूरोप में हैं, जिससे डेटा GDPR और IT Act 2000 के अनुरूप सुरक्षित रहता है।
कीमत और स्टोरेज प्लान
Zoho Mail के फ्री वर्ज़न में आपको 5GB फ्री स्टोरेज मिलता है।
अगर आपको ज्यादा जगह चाहिए, तो प्रीमियम प्लान बहुत किफायती हैं:
प्लान | स्टोरेज | कीमत (प्रति यूज़र/माह) |
---|---|---|
Free Plan | 5GB | ₹0 |
Mail Lite | 10GB | ₹90 |
Mail Premium | 50GB | ₹190 |
Workplace Standard | 100GB | ₹350 |
Workplace Professional | 1TB | ₹690 |
यानि जहाँ Google ₹130 में सिर्फ 100GB देता है,
वहीं Zoho आपको सिर्फ ₹90 में पूरा ईमेल समाधान देता है — वो भी बिना विज्ञापनों के।
Zoho के अन्य उपयोगी ऐप्स
- Zoho CRM – बिज़नेस क्लाइंट्स के लिए
- Zoho Books – अकाउंटिंग और इनवॉइसिंग
- Zoho Cliq – टीम चैट और कॉलिंग
- Zoho Meeting – वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
- Zoho Projects – टास्क मैनेजमेंट
इस तरह Zoho एक “Made in India, All-in-One Cloud Ecosystem” बन चुका है।
निष्कर्ष
अगर आपका Google या Gmail Storage बार-बार भर रहा है और आप हर महीने अतिरिक्त पैसे नहीं देना चाहते,
तो Zoho Mail और Zoho Workplace आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प हैं।
यह न सिर्फ सस्ता है बल्कि स्वदेशी, सुरक्षित, और बिना विज्ञापनों वाला प्लेटफॉर्म है।
Zoho का उपयोग करके आप Gmail जैसी सुविधाएँ और उससे कहीं बेहतर प्राइवेसी पा सकते हैं।
अब वक्त आ गया है “Switch to Zoho” — क्योंकि भारत का अपना ईमेल सिस्टम अब Google का असली विकल्प बन चुका है। 🇮🇳