भारत में लॉन्च होगी RBI की डिजिटल करेंसी — केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल बोले: अब मोबाइल में रखिए रुपया, 100% सुरक्षित और RBI की गारंटी के साथ – Digital Currency

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भारत अब डिजिटल अर्थव्यवस्था के एक नए युग में प्रवेश करने जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने घोषणा की है कि भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) जल्द ही देश में “गारंटी वाली Digital Currency लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है।
यह करेंसी पूरी तरह से RBI द्वारा समर्थित (backed) होगी और इसका उद्देश्य डिजिटल भुगतान प्रणाली को और सुरक्षित, पारदर्शी और सार्वभौमिक बनाना है।

यह कदम भारत को दुनिया के उन देशों की श्रेणी में शामिल करेगा जिन्होंने Central Bank Digital Currency (CBDC) यानी केंद्रीय बैंक द्वारा जारी डिजिटल मुद्रा को अपनाया है।

क्या है RBI की Digital Currency (CBDC)?

CBDC (Central Bank Digital Currency) एक ऐसी डिजिटल करेंसी है जो पारंपरिक मुद्रा यानी रुपये की तरह ही काम करेगी,
लेकिन यह डिजिटल फॉर्म में होगी — न कि कागज़ के नोट या सिक्कों के रूप में।

इसे जारी करने और नियंत्रित करने की जिम्मेदारी भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की होगी।
इसका मूल्य 1 डिजिटल रुपया = 1 भारतीय रुपया के बराबर होगा।

अर्थात यदि आप ₹100 की डिजिटल करेंसी रखते हैं, तो वह ₹100 के नकद रुपये के बराबर मानी जाएगी।
RBI इसे एक “वैध मुद्रा” (Legal Tender) का दर्जा देगा, यानी देश में सभी सरकारी और निजी लेनदेन में इसका प्रयोग किया जा सकेगा।

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पीयूष गोयल का बयान

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में कहा —

“भारत डिजिटल अर्थव्यवस्था में अग्रणी देश बनने की दिशा में बढ़ रहा है।
RBI जल्द ही गारंटी वाली Digital Currency को लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है,
जो भारतीय रुपये की तरह सुरक्षित और स्थिर होगी।”

उन्होंने यह भी बताया कि सरकार इस Digital Currency को “विश्वसनीय, पारदर्शी और स्थिर डिजिटल भुगतान प्रणाली” के रूप में विकसित करना चाहती है।
यह करेंसी भारत के फिनटेक इकोसिस्टम को और मजबूत बनाएगी।

Digital Currency और UPI में क्या फर्क है?

बहुत से लोग यह सोचते हैं कि अगर हमारे पास UPI (Unified Payments Interface) पहले से है, तो नई डिजिटल करेंसी की ज़रूरत क्यों?

पहलूUPIRBI Digital Currency (CBDC)
प्रकारबैंक आधारित भुगतान प्रणालीRBI द्वारा जारी मुद्रा
माध्यमआपके बैंक खाते से लेनदेनडिजिटल वॉलेट या टोकन के रूप में
गारंटीबैंक और NPCI कीसीधे RBI की
उद्देश्यभुगतान में सुविधानई मुद्रा का डिजिटल स्वरूप
इंटरनेट निर्भरताजरूरीऑफलाइन उपयोग भी संभव होगा

इसका मतलब है कि डिजिटल करेंसी बैंकिंग सिस्टम से अलग एक नई मुद्रा का स्वरूप होगी,
जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से उपयोग की जा सकेगी।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की तैयारी

भारत चीन, यूरोप, अमेरिका और UAE जैसे देशों की श्रेणी में शामिल हो जाएगा जिन्होंने अपनी केंद्रीय Digital Currency (CBDC) लॉन्च की है।
दुनिया भर के सेंट्रल बैंक मानते हैं कि भविष्य में पेपर करेंसी की जगह डिजिटल करेंसी ले लेगी।

भारत पहले से ही डिजिटल पेमेंट्स, UPI और फिनटेक एडॉप्शन में अग्रणी है।
RBI की डिजिटल करेंसी के आने से यह डिजिटल बदलाव और मजबूत होगा।

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सुरक्षा और पारदर्शिता

Digital Currency की सबसे बड़ी खासियत होगी —
पूरी तरह से सुरक्षित और पारदर्शी लेनदेन प्रणाली।

  • हर ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड RBI के ब्लॉकचेन आधारित सिस्टम में सुरक्षित रहेगा।
  • कोई भी व्यक्ति अपनी डिजिटल करेंसी को मोबाइल वॉलेट में रख सकेगा।
  • धोखाधड़ी, नकली नोट और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी समस्याओं में भारी कमी आएगी।

सरकार का कहना है कि यह करेंसी ब्लॉकचेन और क्रिप्टोग्राफी तकनीक पर आधारित होगी,
लेकिन यह क्रिप्टोकरेंसी नहीं होगी, क्योंकि इसका मूल्य और स्थिरता RBI की गारंटी से तय होगी।

अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

RBI की Digital Currency लॉन्च होने से भारतीय अर्थव्यवस्था पर कई सकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं:

  1. कैशलेस इंडिया को गति मिलेगी
    लोगों को नोट लेकर चलने की ज़रूरत नहीं रहेगी, हर भुगतान डिजिटल रूप में होगा।
  2. लेनदेन की लागत घटेगी
    बैंकों और व्यापारी संस्थानों के लिए भुगतान प्रक्रिया सस्ती और सरल होगी।
  3. मुद्रास्फीति पर बेहतर नियंत्रण
    RBI को मुद्रा आपूर्ति और निगरानी में अधिक सटीकता मिलेगी।
  4. विदेशी निवेशकों के लिए पारदर्शिता
    डिजिटल करेंसी से विदेशी निवेशक भारत की भुगतान प्रणाली पर अधिक भरोसा कर सकेंगे।
  5. काले धन और अवैध लेनदेन पर लगाम
    डिजिटल ट्रांजैक्शन पूरी तरह ट्रेस करने योग्य होंगे, जिससे कर चोरी घटेगी।

क्या आम जनता को इसका लाभ मिलेगा?

हाँ, सबसे बड़ा लाभ आम नागरिकों को ही होगा।
डिजिटल रुपया आपके मोबाइल या वॉलेट ऐप में रहेगा और आप इसे QR कोड या NFC टैप से उपयोग कर सकेंगे।
बैंक खाता न होने पर भी आप डिजिटल करेंसी का उपयोग कर पाएंगे।

  • ग्रामीण इलाकों में भी ऑफलाइन पेमेंट संभव होगा।
  • छोटे दुकानदार और किसान भी सीधे डिजिटल रुपया स्वीकार कर सकेंगे।
  • यह सुविधा धीरे-धीरे देशभर में चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी।

निष्कर्ष

RBI की गारंटी वाली Digital Currency भारत की अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा और पहचान देने जा रही है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का यह ऐलान इस बात का संकेत है कि भारत अब सिर्फ डिजिटल पेमेंट्स में ही नहीं,
बल्कि डिजिटल मुद्रा के उपयोग में भी अग्रणी बनने की तैयारी में है।

डिजिटल रुपया भारत को एक सुरक्षित, पारदर्शी और आधुनिक वित्तीय व्यवस्था की ओर ले जाएगा।
यह आने वाले वर्षों में देश की आर्थिक संरचना को पूरी तरह बदल सकता है।

भारत की यह डिजिटल क्रांति अब केवल मोबाइल ऐप तक सीमित नहीं रहेगी —
अब हर भारतीय के पास डिजिटल जेब में रुपया होगा, और वह भी RBI की गारंटी के साथ।


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