Contents
अरे रुको, रुको! डरने की बात नहीं है, बस थोड़ा चौकन्ना रहना है। अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो हर छोटे-मोटे काम के लिए UPI पर आंख मूंदकर भरोसा करते हैं, तो ये खबर आपके लिए जानना बेहद ज़रूरी है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI में एक ऐसा बदलाव करने का ऐलान किया है, जिससे आपके लेन-देन का तरीका थोड़ा बदल जाएगा, पर ये आपकी सुरक्षा के लिए ही है।
ये “कलेक्ट रिक्वेस्ट” बला क्या है?
पहले क्या होता था, आप UPI पर किसी से पैसे मंगवाने के लिए एक “कलेक्ट रिक्वेस्ट” भेज सकते थे। मान लीजिए दोस्त से उधार वापस लेना है, या किसी बिल का हिसाब बराबर करना है, तो ये फीचर बड़ा काम का था। इसे “पुल ट्रांज़ेक्शन” भी कहते थे।
पर यहीं से शुरू हुई चालाकी! साइबर ठगों ने इस सुविधा का जमकर फायदा उठाया। वे आपको कोई फर्जी रिक्वेस्ट भेजते थे, जैसे लगता था कि सामने वाला आपको पैसे भेज रहा है। अगर आपने बिना सोचे समझे “हाँ” कर दिया, तो हो गए आपके पैसे उनके खाते में ट्रांसफर! सोचिए, आप सोच रहे हैं पैसे आ रहे हैं और निकल गए आपके ही पैसे! दिमाग खराब!
NPCI का बड़ा ऐलान: 1 अक्टूबर से नहीं चलेगी ये चाल
जी हाँ! NPCI ने 29 जुलाई को एक सर्कुलर जारी करके सभी बैंकों और पेमेंट ऐप्स को साफ-साफ कह दिया है कि 1 अक्टूबर 2025 से कोई भी पर्सन-टू-पर्सन (P2P) ‘कलेक्ट रिक्वेस्ट’ प्रोसेस नहीं की जाएगी। यानी, ये सुविधा पूरी तरह से बंद!
मानना पड़ेगा, पिछले कुछ समय से ऐसी ठगी थोड़ी कम जरूर हुई थी, खासकर जब NPCI ने इन ट्रांजेक्शन की वैल्यू 2,000 रुपये तक सीमित कर दी थी। पर अब उनका मकसद इसे जड़ से खत्म करना है। ताकि कोई चोर-उचक्का आपको फिर कभी बेवकूफ ना बना सके।
अरे बाप रे! 1 रुपये में पूरे महीने BSNL 4G और अनलिमिटेड कॉल? सच में!
तो अब UPI पर पैसे कैसे भेजेंगे/मंगवाएंगे?
अब UPI पर पैसे का लेन-देन सिर्फ एक ही तरीके से होगा, और वो है सीधा-सीधा तरीका। भेजने वाला:
- QR कोड स्कैन करेगा, या
- किसी कॉन्टैक्ट को चुनेगा, और
- अपना UPI पिन डालकर पेमेंट पूरा करेगा।
इसे आप एक तरह से ‘PUSH’ ट्रांजेक्शन मान सकते हैं। यानी, आप खुद पैसे भेज रहे हैं, कोई आपसे खींच नहीं रहा। ये तरीका पहले से ही था और अब यही एकमात्र रास्ता होगा P2P लेनदेन का।
Zomato, Amazon, और IRCTC बिल पेमेंट पर क्या असर पड़ेगा?
अब आप सोच रहे होंगे, कहीं ऐसा ना हो कि Zomato से खाना मंगवाते वक्त या Amazon से शॉपिंग करते वक्त भी दिक्कत हो जाए? अरे नहीं बॉस, खुश-खबरी ये है कि इस बदलाव का व्यापारियों (Merchants) के लेन-देन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
यानी, आप Flipkart, Amazon, Swiggy, Zomato और IRCTC जैसी सेवाओं पर जैसे पहले ‘कलेक्ट रिक्वेस्ट’ आती थी, वो वैसे ही आती रहेगी। ये रिक्वेस्ट चेकआउट प्रक्रिया का एक हिस्सा होती हैं और इन्हें पूरा करने के लिए आपकी मंजूरी और UPI पिन दोनों लगते हैं, इसलिए ये सुरक्षित मानी जाती हैं। यहाँ ठगी का चांस ना के बराबर होता है।
याद रखें ये तारीख!
तो दोस्तों, याद रखिए: 1 अक्टूबर 2025 के बाद P2P ‘कलेक्ट रिक्वेस्ट’ पूरी तरह से बंद। NPCI ने साफ कर दिया है कि कोई भी बैंक या UPI ऐप इन्हें शुरू या प्रोसेस नहीं कर पाएगा। ये बदलाव आपकी जेब को सुरक्षित रखने के लिए ही है। अब ठगों की एक और चाल काम नहीं आएगी! तो बेफिक्र होकर UPI का इस्तेमाल करते रहिए, बस थोड़ा ध्यान से!








